सत्ता जाने का डर क्या होता हे ये इस बात से देख सकते हे की, किसी बात की इनफार्मेशन किसी को मिसलीड करके बतलादे तो उसका प्रभाव नष्ट तोह नहीं लेकिन काम जरूर हो जाता हे, इस बात को साबित करते हुए एक किताब से खुलासा हुआ है कि डोनाल्ड ट्रंप हमेशा इस बात से वाकिफ थे कि कोरोना वायरस कितना खतरनाक साबित हो सकता है। हालांकि, उन्होंने जानबूझकर हमेशा इसे कम करके पेश करने की कोशिश की। यही कोशिश दुनियाभर हर कोणी तानाशाह और सत्ता का भूखा नेता करता ही करता हगा इसमें दोहराय नहीं हे.
आपको बता दे के पत्रकार बॉब वूडवर्ड की किताब 'रेज' (Rage) 3 नवंबर को होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से ठीक पहले आई है। ट्रंप ने इस किताब के लिए कई इंटरव्यू बॉब को दिए थे और उसी दौरान उन्होंने कोरोना को कम करके पेश करने संबंधी बातें कही। यह किताब ट्रंप से बॉब के दिसंबर से जुलाई के बीच इंटरव्यू पर आधारित है। इस दौरान उन्होंने ट्रंप का 18 बार इंटरव्यू लिया। अगर ऐसे ही इंटरव्यूज भारत के प्रधानमंत्री देने लग जाये तोह भारत में भी हर दिन नए खुलासे हो जाये।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जानबूझकर कोरोना वायरस के खतरे को कम करके पेश किया था। इस किताब के अनुसार ट्रंप इस वायरस को लेकर कोई दहशत पैदा नहीं करना चाहते थे और इसलिए उन्होंने इसे हमेशा जानबूझकर कम करके अमेरिकी लोगों के सामने पेश किया।
इसी बातचीत में ट्रंप ये भी कहते हैं, 'वायरस के खतरे को लेकर अभी और हैरान करने वाले तथ्य आए हैं। ये केवल बुजुर्गों के लिए नहीं है, युवा लोग भी, बड़ी संख्या में भी युवा भी।' ट्रंप साथ ही 7 फरवरी को बॉब के साथ इंटरव्यू में कहते हैं, 'आप सांस लेते हैं और ये हवा के जरिए फैलता है, और ये अजीब स्थिति है। ये बहुत नाजुक मामला है। ये आपके स्ट्रेनेस फ्लू से भी ज्यादा मारक है। ये खतरनाक है।'
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