न्यायिक प्रक्रिया के तहत मंगलवार को पहले रिया की ज्यूडिशियल कस्टडी पर कोर्ट ने फैसला सुनाया। इसमें रिया को 14 दिनों तक न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया गया। जबकि रिया के वकील सतीश मानशिंदे की ओर से दाखिल जमानत की याचिका पर बाद में सुनवाई हुई। काफी जिरह के बाद भी कोर्ट ने रिया को बड़ा झटका देते हुए जमानत की याचिका खारिज कर दी। कोर्ट के सामने एनसीबी ने रिया की जमानत का विरोध किया था।
८ तारीख को जैसे ही रिया को हिरासत में लिया गया तब ही साफ़ हो गया था के यह कोई रिया को जमानत में देरी होगी, कानून का सारा खेल समझिये रिया के मामले में सबसे बड़ा पेच धारा 27 (A) में फंसा। इस धारा में 10 साल कैद की सजा है। रिया के खिलाफ यह धारा लगाई गई है।
27 (A) के अंतर्गत अवैध ड्रग ट्रैफिकिंग में पैसे के लेन-देन का का मामला आता है। इसमें अपराधियों को दंडित करने के लिए 10 साल तक सजा का प्रावधान है। अब जिस धारा में 10 साल या उससे अधिक सजा का प्रावधान है, ऐसे मामलों में आम तौर पर कोर्ट बेल नहीं देती है।
गौरतलब यह हे के रिया को १४ दिन के बाद क्या कानूनी बात सामने आती हे, लेकिन मीडिया का खेल तब तक थोडा शांत हो कर देश के समस्याओपर आ जाये तोह बड़े भाग्य देश के.
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