पड़ी प्यार में इस जीवन के, नन्ही कहानी लिखने खुद की, कितने सपने होंगे आंखो मे, उम्मीदों के दामन में। ..
खो न जाए पचपन में भी कही, रोक के रखना बचपन को.. बढ़ जाएगी उम्मीद जीने की, राह मिलेगी फिर से जीने की...