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बचपन

खो न जाए पचपन में भी  कही, रोक के रखना बचपन को..  बढ़ जाएगी उम्मीद जीने की, राह मिलेगी फिर से जीने की... 





बचपन 
 

खो न जाए पचपन में भी  कही,
रोक के रखना बचपन को..
बढ़ जाएगी उम्मीद जीने की,
राह मिलेगी फिर से जीने की... 

जाग के अपनी उम्मीदों को,
फिरसे राह खुल जाएगी,
जी लेना फिरसे बचपन को,
के माँ की याद आ जाएगी।।।

बैठ के उसकी गोदी में तू,
दो निवाले ज्यादा खाना,
दाना चुभती चिडियाकि कहानी,
तुझको फिर से सुला जाएगी। ... 

च समझके सभले रखना,
के याद हमेशा काम आएगी,
फिरसे जीने की उम्मीद देके,
पचपन में बचपन याद आएगी। 



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